“Dedication” एकाग्रता, धैर्य और जीवन में कुछ कर दिखाने का जज्बा हो तो इंसान को इतिहास रचने से कोई नहीं रोक सकता। ऐसी ही एक Dedicated लड़की के बारे में आज आप पढ़ने वालें हैं जिन्होंने तमाम मुश्किलों का सामना करते हुए व् अपनी कमियों को सुधारते हुए इस compititive world में अपना एक अलग मुकाम हासिल किया। Monica, एक साधारण परिवार और एक अति पिछड़े इलाके से आने के बावजूद भी HPPSC द्वारा आयोजित RFO की कठिन परीक्षा में रैंक 6 के साथ अपनी सफलता के झंडे गाड़े है।
PrepShine Stories के आज के अंक में आप Monica के जीवन वृतांत,इनके द्वारा सहन की गई तमाम मुश्किलों के बारे में पढ़ेंगे।
Early life and family background
मेरा नाम मोनिका है। मैं मंडी जिला के सदियाना पंचायत के कोट गांव की निवासी हूं जो बहुत पिछड़ा हुआ इलाका है। मेरे पापा रेवेन्यू डिपार्टमेंट में कानूनगो पद पर कार्यरत हैं। मेरी मां होम मेकर हैं। और छोटे भाई का प्रोफेशन ड्राइविंग है। इसके अलावा परिवार में दादा , दादी और भाभी है।
About education
मेरी 5th तक की पढ़ाई GPS Kot से हुई है और मेरी क्लास में मैं सिंगल स्टूडेंट हुआ करती थी। 10th तक की पढ़ाई GHS SADIANA से हिंदी medium में हुई है। प्लस टू की पढ़ाई GSSS SAIGALOO से NON MEDICAL STREAM में हुई है। ग्रेजुएशन मैने VGC MANDI से Chemistry (hon.) में उत्तीर्ण की है। और पोस्ट ग्रेजुएशन HPU SHIMLA से Chemistry subject में ही की है।
Your struggle or hustle
मेरी जिंदगी मे भी वो सभी संघर्ष रहे है जो एक सरकारी स्कूल का स्टूडेंट अपना करियर बनाने के दौरान सामना करता है। मुझे अभी भी याद है, जब मेरी +1 की क्लास में पहला दिन था और मुझे ये भी पता नही था की आगे की पढ़ाई इंग्लिश मीडियम मे होगी। पढ़ाई लिखाई में अच्छी रुचि होने के कारण मैने अपनी हर कमी पे काम करके उसे सुधारा है । इसके अलावा हमारी आर्थिक स्थिति ज्यादा सही नही थी ग्रेजुएशन तक कि पढ़ाई मेने 2 कमरों( कच्चे मकान) की एक छत के नीचे की है जिसमे से एक कमरे में मेरा परिवार और दूसरे में दादा दादी और ताऊ के बच्चे रहते थे।
And How the journey begins
मुझे अपने करियर के बारे मे कुछ भी पता नही था की मैने जीवन में क्या करना है। बीएससी के लास्ट सेमेस्टर में मेरी फ्रैंड श्रेया ने मुझे एक RETIRED HPAS OFFICER B.R.Kaundal जी के बारे मे बताया जहां उसकी बहन कंप्यूटर ऑपरेटर का काम करती थी। उनसे मिलने के बाद मैं उनसे बहुत प्रभावित हो गई और मैने फैसला किया की मै भी HIMACHAL PRADESH ADMINISTRATIVE SERVICES की तैयारी करूंगी। इसी वजह से मैने ड्रॉप करने का फैसला किया और सोचा की मेरे पापा मुझे कोचिंग के लिए भेज देंगे। पर परिवार की आर्थिक स्थिति सही ना होने के कारण यह संभव नही हो सका। June से sep 2016 इसी दुविधा में गुजर गया। Sep 2016 से मैने District Library Mandi जाना शुरू किया। किसी ने मुझे सुझाव दिया की हिमाचल दर्पण और भारत दर्पण खरीद लो। और मैने वही किया और उनके नोट्स बनाने शुरू कर दिए। बेसिक एजुकेशन हिंदी में होने से मैने हिंदी मीडियम से अपनी journey शुरू की। कुछ समय के बाद किसी सीनियर ने मुझे सलाह दी की आजकल Exam में यूनिक नॉलेज चाहिए होता है और मैने लाइब्रेरी से ऐसी किताबें issue करवा ली जिन्हे कोई नहीं पढ़ता था। और यूनिक नॉलेज इकट्ठा करने के चक्कर में मैंने साल 2016 बर्बाद कर दिया था। हालांकि लाइब्रेरी मैं ऐसे स्टूडेंट भी थे जो एचपीएस की इंटरव्यू दे चुके थे , किसी से मुझे मार्गदर्शन नहीं मिला। लाइब्रेरी आने से पहले मेने सोचा की में M.A. IGNOU से कर लेती हूं, पापा को चाहिए था की मैं M.Sc करू। साल 2017 में मेरी फ्रैंड श्रेया के फोर्स करने पर मैने MSC का एंट्रेंस दिया और मेरा govt सीट में नंबर पड़ गया। 10 से 5 तक वयस्त schedule होने के कारण मैं बहुत busy रहती थी और HPAS बन ने का सपना धूमिल हो गया था। 2018 में मेने फिर से अपनी journey शुरू की और मेने हिंदी मे जग मोहन बलोखरा, लक्ष्मीकांत खरीद ली, वीर talyan के द हिंदू analysis को देखना भी शुरू किया। साथ में pyq के नोट्स बनाने भी शुरू किए। 2018 मे मैंने एचपी एलाइड सर्विसेज का पेपर दिया जो मेरी जिंदगी का फर्स्ट पेपर था। कट ऑफ से 10 नंबर कम थे और मुझे लगा कि अगर मैं और मेहनत करू तो मैं सफल हो सकती हूं। MSc के लास्ट sem के दौरान ही मेने एचपीयू मे संकल्प आईएएस कोचिंग के लिऐ एंट्रेंस दिया और मेरा कोचिंग में नंबर पड़ गया। MSc और कोचिंग की क्लासेज साथ मे होने से मुझे फिर से समस्या हो गई और मेरी शुरुआत कि क्लासेज मिस हो गई। MSC जून 2019 में complete हो गई, तब तक मैंने पाॅलिटी के लगभग 40 चैप्टर और जग मोहन ब्लोखरा का भी काफी पोर्शन खत्म कर दिया था। August 2019 में मेरा SI Pre भी Clear हो गया पर मैं ग्राउंड क्लियर नहीं कर पाई। कोचिंग मैं 9.30 -6.30 सेम सब्जेक्ट कि क्लासेज लगती थी और वह इंग्लिश में पढ़ाते थे मैं इंग्लिश को हिंदी में कन्वर्ट करके लिखती थी।
Turning point
मेरे बैचमेट मनीष जी ने मुझे मीडियम चेंज करने की सलाह दी और मैंने अपना मीडियम इंग्लिश में sep 2019 में स्विच किया जो मेरे लाइफ का टर्निंग प्वाइंट था। सारी बुक्स इंग्लिश में खरीदी और the Hindu , इंडियन एक्सप्रेस newspaper पढ़ने शुरू किए। Gradually I learnt everything . वर्ष 2020 में मेरा एलाइड प्री क्लियर हो गया। लॉकडाउन में घर वापसी हो गई और मैंने MAINS की तैयारी के लिए Ans Writting शुरू कर दी। NCERTS को फिर से पढ़ा उसके पीछे के questions को लिखना शुरू किया और धीरे धीरे Ans Writting की कला भी मैंने सीख ली साथ मे Grammer पे भी काम किया। Rana acedmy के विजय राणा सर जो हमे एचपीयू कोचिंग मे HP पढ़ाते थे ,उन्होंने मेरा 1 Ans evaluate किया जिस से मेरे Ans Writting Skills बदल गए।अगस्त 2020 में एलाइड मैंस के पेपर दिए और oct – November 2020 में HPAS GURU JI Ans Writting Evaluation ज्वाइन किया। Allied mains क्लियर हो गया but I couldn’t make it into final list due to 1 no. List में मोनिका नाम होने की वजह से सारे मुझे Congrats बोल रहे थे, that was most irritating thing . Allied की असफलता से मेने खुद को बहुत Restrict कर दिया, सोशल मीडिया को भी बहुत कम यूज किया और यह ठान लिया कि 2021 में मुझे हर हाल में जॉब लेनी है।
Final triumph
2021 में मैने 10 से अधिक एग्जाम में Appear किया और मुझे RFO ओर JOA IT ( 817) में सफलता मिली। JOA में मैंने Typing Test नही दिया और RFO Pre क्लियर होने के बाद Mains की तैयारी शुरू की और एक महीने मे मैंने Chemistry और Geology optional की तैयारी की। English, Essays और GS strong होने के कारण मैंने इन पर ध्यान नहीं दिया। और अंततः इतने लंबे संघर्ष के बाद मैं आज एक Range Forest Officer बन गई हूं। मुझे खुशी हैं कि मैं कुछ कर पाई जीवन में।
Feelings at the time of result
एक ऐसी फीलिंग होती हैं जिसे हम शब्दों में बयां नहीं कर सकते। Interview के दिन ही रात को हमारा फाइनल RESULT आ गया था ओर मुझे खुशी की वजह से पूरी रात नींद नहीं आई। फाइनली मैं एक Gazzetted ऑफिसर बन गई हूं।
Preparation strategy
मैंने भी वही बुक्स फॉलो करी है जो सभी Aspirants follow करते हैं।
मेरी Strategy में Notes Making Main पार्ट था, मैंने सभी सब्जेक्ट के Notes बनाए है।
Hpas मे मैंने 3 bar preliminary exam दिया है पर मैं अभी तक प्री क्लियर नहीं कर पाई हूं। इसके लिए भविष्य में भी प्रयास करती रहूंगी।
About RFO
Range Forest officer एक Gazzetted Post है जिसका एग्जाम HPPSC 4 STAGES में Conduct करता है –
1. Pre -100 मार्क्स
2. Mains-
.General Eng and Essay-100 marks
.General studies-100 marks
. 2optional paper-200 marks each
3 physical and walkover test
4. Interview-100 marks
यह एक बहुत ही उम्दा करियर ऑप्शन हैं।
A message for all
“असफलता एक चुनौती है, इसे स्वीकार करो, क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो। जब तक न सफल हो, नींद चैन को त्यागो तुम, संघर्ष का मैदान छोड़ कर मत भागो तुम। कुछ किये बिना ही जय जय कार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। ”
I would like to thank my family,my teachers and friends specially श्रेया राणा, Aju dhatwaliya, Priyanka, Prteek, bandanna, Versha, Manisha , anshu chandel who were always there for me and they helped me fight against mood swings, depression and motivated me through out my journey.
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