जीवन में सफल होने के लिए दिल में जनून होना चाहिए… रास्ते में आने वाली हर मुश्किल का सामना साहसपूर्वक करने की क्षमता होनी चाहिए ..अपनी भावनाओं के वशीभूत होकर हारना नहीं चाहिए बस अपने लक्ष्यपूर्ति हेतु निरंतर आगे बढ़ते रहना चाहिए …आज जिनके बारे में आप पड़ेंगे उनपर ये पंक्तिया बिलकुल सटीक बैठती हैं …की किस तरह से उन्होंने अपनी बहन को हमेशा के लिए खोने के बाद भी अपने मन से हार नहीं मानी और अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए लगातार आगे बढ़ते रहे।
SI Sanjeev Kumar
From Jaunta, Kangra
HP ☺️
∆आपका परिचय और आपकी पारिवारिक पृष्ठभूमि ?
मेरा नाम संजीव कुमार है और मैं जौंटा पंचायत नूरपुर, जिला काँगड़ा का रहने वाला हूँ। मेरे परिवार में मेरे पिता जी जो की पेशे से दिहाड़ीदार हैं और माता जी गृहणी हैं व् भाई भाभी और 2 भतीजे हैं। भाई गाँव में ही अपनी दुकान सँभालते हैं। मेरी 10th तक की पढ़ाई GSSS जौंटा से हुई है और 12th GSSS कोटला से पुरी करी। फिर BSC करने के लिए मैंने PG कॉलेज धर्मशाला का रूख किया और 2016 में मेरी BSC ख़त्म हुई। उसके बाद IGNOU से POL SCIENCE में MA 2018-19 में करी।
∆आपने कम्पटीशन की तैयारी कब शुरू करी व् उसका विचार मन में कैसे आया और आपको सफलता कब मिली ?
ग्रेजुएशन के समय ही मैंने सोच लिया था की मुझे गवर्नमेंट सेक्टर में ही जाना है इसलिए 2016 में BSC खत्म करने के तुरंत बाद ही मैंने अपनी तैयारी धर्मशाला लाइब्रेरी में शुरू कर दी। शुरू में मेरा रुझान बैंकिंग की तरफ था इसलिए मैंने बैंकिंग से शुरुवात करी।2016-17 में IBPS PO और RRB PO Mains लिखे और इंटरव्यू स्टेज तक पहुंचा। इसी बीच मुझे HPAS के बारे में पता चला और मैंने काफी सोच विचार करने के बाद बैंकिंग की तैयारी छोड़ दी और HPAS की तैयारी शुरू कर दी। 2017 में मैंने ALLIED, HAPS के एटेम्पट दिए और साथ ही में IGNOU से MA करना भी शुरू कर दिया। 2018 में UGC NET, HPPSC SET के पेपर दिए और पहले ही एटेम्पट में मेरा UGC NET JRF और SET क्लियर हो गया। 2018 में HPAS Mains , ALLIED Mains लिखा और Naib Tehsildar के इंटरव्यू तक पहुंचा पर फाइनल मेरिट में मेरा नाम नहीं आया। 2019 में फिर से HPAS का Mains लिखा और 2021 में इंटरव्यू दिया पर अंतिम परिणाम फिर से वही रहा। HPAS में मेरा ऑप्शनल पोल साइंस और माधय्म हिंदी रहा है। मेरी सारी पढ़ाई हिंदी माधय्म से ही हुई है। मैंने अभी तक कुल मिलाकर 3 HPAS Mains और एक इंटरव्यू दिया ,2 ALLIED Mains लिखे और NT में एक बार इंटरव्यू दिया। 2019 में HPSSB हमीरपुर ने सब इंस्पेक्टर की Vacancies निकाली ,मैंने वो फॉर्म भर दिया और 2020 में मेरी सिलेक्शन SI के पद पर हो गयी। और वर्तमान में पीटीसी डरोह में मेरी ट्रेनिंग चली हुई है ।
∆WHY GOVT SECTOR?
सच कहूं तो मैं जब ग्रेजुएशन में था मुझे यह भी पता नहीं था की SDM क्या होता है वो क्या काम करते है,उनकी जॉब प्रोफाइल क्या है। मैं जिस जगह से आता हूँ उस समय वहां कोई ग्रेजुएट भी नहीं था। मुझे पता ही नहीं था की मुझे करना क्या है बस मैं चला जा रहा था। धीरे धीरे चीजे पता चलती गयी ,नॉलेज आता गया। फिर मेरे दोस्त बैंकिंग की तैयारी करने लगे और साथ में मैं भी। पहले तो मुझे सिर्फ एक सिक्योर जॉब चाहिए थी। पर जब मुझे HPAS के बारे पता चला तो वो मेरी लाइफ में “SOURCE OF MOTIVATION” बन गया। और अब मैं उसी दिशा में प्रयासरत हूँ। 2019 आते आते मुझे हर हाल में जॉब चाहिए थी SI का पेपर मेरे सामने था ,उसके लिए मेहनत करी और अंततः मुझे पहली सफलता मिली।
∆लगातार इतने वर्षों तक आपने अपनी असफलताओं का सामना किस तरह से किया?
मुझे जीतना तो हर हाल ही में था मेरा परिवार BPL में आता था। 2 छोटे से कमरों के कच्चे घर में हमारा बचपन बीता। साल में एक जोड़ी कपड़ा बड़ी मुश्किल से मिलता था। मेरे पिता जी ने मेहनत मज़दूरी करके हमे पाला, मेरी माता जी ने दूसरों के घरों में जाकर काम किया और हमारी सारी डिमांड्स पूरी करी। मैंने खुद बहुत छोटी उम्र से दिहाड़ियाँ लगाना शुरू कर दिया था जोकि कॉलेज में जाने के बाद भी निरन्तर लगाता रहा। गर्मियों की छुट्टियों में सड़क के किनारे नाशपाती और आम बेचे। मुझे यहां तक पहुंचाने के लिए मेरे भाई ने बहुत संघर्ष किया। कॉलेज और तैयारी के दौरान वो हर महीने मुझे पैसे भेजते थे। तो मैं बस डटा रहा। अपने ऊपर भरोसा था की मैं कर लूंगा घर वालों और दोस्तों का पूरा सहयोग था और अपने परिवार को PAYBACK करने का यही एक मात्र रास्ता था मेरे पास। खूब मेहनत करी ,जी जान से मेहनत करी। हर दिन ,हर फेलियर से सीखा और आगे बढ़ता रहा । सच कहूं तो मेहनत अभी तक जारी है क्यों की मेरी मंजिल अभी बाकि है☺️।
∆ Aspirants के लिए कोई सन्देश ?
अपने कॉसेप्ट पर खुद की मज़बूत पकड़ बनायें। खुद पर भरोसा रखें। हालात चाहे जैसे भी हों हिम्मत न हारे। 5 अक्टूबर 2018 को मेरी इकलौती बहन की मृत्यु हो गयी उसके तीन दिन बाद ही शिमला में मेरा NT का Mains था जो की मैंने दिया और उसे पास भी किया। वह समय मेरी लाइफ का सबसे मुश्किल समय था मैंने उसका सामना किया। आप लोग भी अपने बुरे वक्त से ना घबराएं अपितु उसका डटकर सामना करें। शॉर्ट् नोट्स बनाएं और Multiple Revision करें और सहशीलता रखें। आप सफल जरूर होंगे ,शुभकामनाएं ।
∆निःसंदेह आपकी जर्नी बहुत ही Inspiring है और हमे पूरी उम्मीद है की भविष्य में आप अपनी मंजिल जल्दी ही पा लेंगे , भविष्य के लिए शुभकामनाएं।
धन्यवाद PrepShine Stories ☺️