“Do or Die” ये एक ऐसी स्थिति है जिसमे या तो इंसान निखर कर सामने आता है या फिर खत्म हो जाता है। और जो लोग निखर कर सामने आते हैं वह समाज के सामने एक उत्कृष्ठ उदाहरण प्रस्तुत करते हैं। आज की कहानी एक ऐसी शख्सियत के बारे में है जिनके सामने ऐसी ही कठिन चुनौती थी जिनका उन्होंने डटकर सामना किया और जमकर मेहनत करके अपना एक मुकाम हासिल किया ।
Vinod K Khanna
ETO HPAS
Early Life and Education
मेरा नाम विनोद कुमार खन्ना है और मैं हिमाचल प्रदेश के जिला चम्बा के अति दुर्गम स्थान पांगी का रहने वाला हूँ जो की हर साल 6 से 8 महीनों के लिए बर्फ की वजह से देश दुनिया से कटा रहता है। मेरे पिता जी श्री राम भगत जी हेल्थ कम्पाउण्डर हैं और माता जी गृहणी (housewife) हैं। मेरी आठंवी (8th) तक की पढ़ाई GHS किरयूनी और बारहवीं (12th) GSSS किलाड़ ,पांगी से हुई है। बारहवीं के बाद BSC करने के लिए मैं कुल्लू गया पर PMT की तैयारी करने के लिए मैंने BSC को दो (2) महीने बाद ही छोड़ दिया और हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी (HPU), शिमला की लाइब्रेरी में PMT की तैयारी करने लग गया जिसमे मुझे असफलता हाथ लगी। PMT में फेल होने की वजह से मेरा अगला पूरा साल बर्बाद हो गया।मैंने एक बार फिर हिम्मत जुटाई और दोबारा से तयारी करने लग गया। 2010-11 में पंजाब की सरकारी यूनिवर्सिटी बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ़ हेल्थ एंड साइंसेज ,फरीदकोट का एंटेरन्स टेस्ट दिया जिसमे मुझे प्राइवेट कॉलेज रयात बहारा में सरकारी सीट से बीएससी नर्सिंग (2011-15) करने का मौका मिला।
About Staff Nurse
एक स्टाफ नर्स का काम डॉक्टर को असिस्ट करना होता है और मरीज की पूरी तरह से केयर करना एक नर्स की ही जिम्मेदारी होती है। उत्तर भारत में मेल स्टाफ नर्स को एक TABOO की तरह देखा जाता है जो की अब धीरे धीरे बदल रहा है हालाँकि दक्षिण भारत में मेल स्टाफ नर्स एक बहुत ही उम्दा करियर ऑप्शन है। मुझे खुद बहुत दिक्क्तों का सामना करना पड़ा है ।
And the Journey of Failures Begin
बीएससी नर्सिंग करने के बाद कॉलेज प्लेसमेंट के जरिये मेरी पहली जॉब लग गयी ..मेरी प्लेसमेंट दिल्ली नॉएडा में यूनाइटेड हेल्थ केयर में क्लीनिकल इन्वेस्टिगेटर के रूप में हुई..वहां पर मैंने एक साल (अगस्त 2015 से अगस्त 2016 ) काम किया …पर फिर उसके बाद मुझे डेंगू हो गया और जिस वजह से मुझे वह जॉब छोड़नी पड़ी। बस यहीं से मेरी असफलता की यात्रा शुरू हो गई। बीमार होने के बाद जब मैं घर आया तो उसके 1,2 महीने बाद मैने सरकारी नोकरी के लिए तैयारी शुरू कर दी। 2016 में स्टाफ नर्स का एग्जाम पास किया Written एग्जाम में पूरे हिमाचल में मेरा चौथा (4th) स्थान था पर इंटरव्यू में मुझे बाहर का रास्ता दिखा दिया गया उसके बाद मेरे जीवन में काफी उथल पुथल रही बात कोर्ट तक पहुंच गई थी। अक्टूबर 2016 में ACC Cement, बरमाना में लगभग एक साल तक ऑक्यूपेशनल हेल्थ नर्स के पद पर काम किया। पर एक साल बाद फिर से वह जॉब छोड़नी पड़ी।
Turning Point
अक्टूबर 2017 में जॉब छोड़ने के बाद मैं सोलन चला गया। सोलन में तत्कालीन DC Solan ने वहां पर सामुदायिक लाइब्रेरी खोलने का initiative लिया था। मैं भी लाइब्रेरी जाने लगा और एक बार फिर से अपनी तैयारी शुरू कर दी। लाइब्रेरी में एक बहुत अच्छी बात थी की वहां पर बहुत से सफल लोग स्टूडेंट्स को गाइडेंस और मोटिवेशन देने के लिए आते थे। उन लोगों से बहुत कुछ सीखने को मिलता था।
Final Triumph
अक्टूबर 2017 में मैं घर से लड़ झगड़ कर सोलन लाइब्रेरी फिर से तैयारी करने आया था। मुझे घर से सिर्फ एक साल की मोहलत मिली थी, उसी एक साल में मुझे हरहाल में एक सिक्योर जॉब लेनी थी तो उसका मानसिक दबाव काफी था। तो फिर मैंने संघर्ष भी उसी स्तर का किया। 1 साल 3 महीने के अंदर मैने 15 पेपर दिए जिनमे 14 में असफलता हाथ लगी। उन पेपरों में बैंकिंग के पेपर, नर्सिंग ऑफिसर, AIIMS और HPPSC के पेपर शामिल थे। बहरहाल मुझे एक मात्र जो सफलता हाथ लगी वो हिमाचल की सबसे कठिन परीक्षा हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा (HPAS) की परीक्षा थी जिसमे मुझे Assistant Commissioner State Taxes and Excise (ETO) का रैंक मिला।
Preparation Strategy
अगर मैं अपनी preparation strategy की बात करूं तो मैंने बहुत सीमित साधनों का प्रयोग किया था। मैंने घर से एक साल का समय लिया हुआ था तो मैं बहुत सारे पेपर दे रहा था पर जब HPAS के लिए मैं सीरियस हुआ था तो सबसे पहले मैंने “NCERTS” बुक्स पर फोकस किया उनको अच्छे से study किया। हिमाचल Gk के लिए मैंने सिर्फ 2 किताबें पढ़ी “The Wonderland by Jagmohan Balokhra” और “आकाश पब्लिकेशन की Himachal Darpan”और हिमाचल के current affairs के लिए “गिरिराज” newspaper… National or International Current Affairs के लिए “The Hindu” newspaper और
Gyanam magazine और प्रतियोगिता दर्पण पर focus किया। जियोग्राफी विषय के लिए GC Leong की किताब पढ़ी। पी के लिए लक्ष्मीकांत की किताब , मॉडर्न हिस्ट्री के लिए Spectrum की किताब पढ़ी। Google or Wikipedia का भरपूर इस्तेमाल किया और अपना सिलेब्स पूरा किया। आपको ये जान कर बहुत हैरानी होगी कि मैंने अपने Optional Sociology (Books Vikas Ranjan) की पूरी तैयारी Pre के बाद 2 महीने के अंदर करी। मेरी तैयारी के दौरान मैंने 3 चीजों पर बहुत focus किया , previous years question papers (10 साल HPAS और ऑप्शनल के लिए 10 साल UPSC ऑप्शनल) , एस को हर हाल में पूरा किया और Current Affairs पर फोकस किया।
Hpas mains के लिए मैंने थे Indian Express newspaper भी पढ़ी थी।
Pillar of strength
मेरे माता पिता ने बहुत साथ दिया उन्होंने मुझे कई मौके दिए तभी जाकर ये संभव हो सका। 2018 में मैंने HP Allied services का mains भी लिखा था जिसमे मैं 12 नंबरों से GS में रह गया था उस समय मेरी माता जी ने मुझे बहुत मोटिवेट किया था। और मेरे सभी गुरुजनों और भगवान का आशीर्वाद हमेशा ही मेरे साथ रहा।
Guidance Programs
मेरा मानना है की हमारे पास जो भी ज्ञान है उसका फायदा समाज को भी होना चाहिए सिर्फ खुद पर ही सीमित नहीं रहना चाहिए। इसलिए मैंने कई ऑनलाइन Guidance Programs चलाए हुए हैं जिसके तहत आज तक मैं 500 से ज्यादा एस्पिरेंट्स के साथ अपना नॉलेज और preparation strategy शेयर कर चुका हूं।