HP Allied Services

विश्वास ,खुद पर असीम विश्वास आपको सफलता की उंचाईयों पर एक दिन अवश्य लेकर जाता है ।आज जिस सफल अभ्यार्थी से हम आपको रूबरू करवाने जा रहे है उनकी कहानी का सार ही खुद पर विश्वास करना है ।
नाम प्रशांत भारद्वाज
HP Allied services rank 5 (2020 -21 )
आपकी पारिवारिक पृष्ठभूमि
पिताजी श्री राजेंदर भारद्वाज (Retired Deputy Director Horticulture Nahan )
माता जी श्रीमती सुषमा भारद्वाज (Business woman)
प्रतीक्षा भारद्वाज छोटी बहन (PHD in LAW from PU)

■सबसे पहले तो प्रशांत भारद्वाज जी आपको आपकी सफलता के हार्दिक

बधाई

और आगे भी आप ऐसे ही सफलता की सीढ़िया चढ़ते जाओ ऐसी हमारी ईश्वर से प्रार्थना है

धन्यवाद 😊
●कृपया करके अपने बारे में हमारे श्रोताओँ को कुछ बतायें ?
जी , मेरा नाम प्रशांत भारद्वाज है और मैं जिला हमीरपुर के भोरंज का रहने वाला हूँ। मेरे पिताजी श्री राजेन्द्र भारद्वाज नाहन से उप-निदेशक बागवानी पद से सेवानिवृत्त है, जबकि माताजी सुषमा भारद्वाज एक व्यवसायी है। मेरी एक छोटी बहन प्रतीक्षा भारद्वाज है जो वर्तमान में पंजाब विश्वविद्यालय में लॉ(LAW ) में PHD कर रही है। काफी समय से हम लोग आनी , कुल्लू में रह रहे है। मैंने अपनी पांचवी तक कि पढ़ाई एसवीएम आनी,दसवीं तक की पढ़ाई एचएमएस आनी से करने के बाद वर्ष 2010 में जमा दो कक्षा की परीक्षा चंडीगढ़ के माउंट कर्मिल स्कूल से उत्तीर्ण की है । इसके बाद वर्ष 2014 में वाकनाघाट से बीटैक की।
●स्कूल में आप कैसे विद्यार्थी रहे हो ?
पढ़ाई में शुरू से ही अच्छा रहा हूँ दंसवी की परीक्षा में मैं कुल्लू जिला का टोपर था जिसके लिए मुझे अंतर्राष्ट्रीय दशहरा उत्सव में हिमाचल प्रदेश के तत्कालीन मुख्यम्नत्री श्री प्रेम कुमार धूमल जी से गोल्ड मैडल भी मिला था । पढ़ाई के अलावा मेरा स्पोर्ट्स में भी काफी रुझान रहा है मैं स्कूल और कॉलेज स्तर तक बैडमिंटन और CHESS खेला हूँ ।
●आपने कम्पटीशन EXAMS की तयारी करने के बारे में कब सोचा ,आपको कब लगा की सरकारी सेक्टर में जाना ही आपके लिए सही विकल्प होगा ?
शुरू से ही मेरी रूचि प्रशासनिक सेवाओं में रही है। मैं अपने माइंड में क्लियर था की मुझे अपने जीवन में यही करना है इसलिए कॉलेज की पढ़ाई के दौरान ही मैंने इस दिशा में ज्ञान हासिल करना शुरू कर दिया था।
जब मैं B -TECH फाइनल ईयर में था मैंने प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी करने का अपना अंतिम निर्णय ले लिया था। अक्टूबर 2015 में मैंने इसके लिए कोचिंग भी ली थी। उसके बाद से खुद ही तैयारी कर रहा हूँ । मैंने अभी तक तीन बार हिमाचल प्रशासनिक सेवा(HPAS ) की मुख्य परीक्षाएं लिखी है जबकि एक बार भारतीय प्रशासनिक सेवा (UPSC ) में मुख्य परीक्षा तक पहुंचा हूँ ।
पिछले वर्ष भी मेरा चयन एलिएड सर्विसेज में इलेक्शन कानूनगो के पद पर हुआ था लेकिन कुछ समय तक काम करने के बाद मैंने नौकरी छोड़ दी और आगे की तैयारियां करने में जुट गया था । 2020 में ट्रैफिक मैनेजर के इंटरव्यू तक भी पहुंचा था। और अंत में 2021 के अलाइड सर्विसेस में पांचवा स्थान हासिल किया जिसमे मेरा Excise and Taxation Inspector के पद पर चयन हुआ है
●”नौकरी छोड़ दी” क्यों ?
एलिएड सर्विसेज में इलेक्शन कानूनगो के पद पर चयन होने के बाद मैंने कुछ समय तक काम किया पर अपने काम से मैं बहुत ज्यादा संतुष्ट नहीं था इसलिए मुझे लगा की मुझे ये नौकरी छोड़ कर फिर से तैयारी करनी चाहिए। ये निर्णय कठिन ,बहुत कठिन था पर मैंने ये निर्णय लिया और आज इसका परिणाम आप सबके सामने है ।
●आपकी नौकरी छोड़ने के निर्णय से आपके घरवालों कि प्रतिक्रिया क्या थी ,उनको आपने किस तरह से समझाया ?
शुरुआत में तो वो मेरे फैसले से ज्यादा खुश नहीं थे पर मैंने उनसे अच्छी तरह से बात करी,उनको अपनी वर्तमान स्थिति के बारे में बताया । बाकि मैंने काफी सारे MAINS लिखे हुए थे तो उन्हें यकीन था की मैं कुछ ना कुछ तो कर ही लूंगा ।
●आप अपना STUDY SCHEDULE कैसे बनाते थे?
मुझे नहीं लगता की किसी भी एग्जाम की तैयारी के लिए आपको 15 ,15 घंटे पड़ने की जरूरत है …जरूरत है तो सही मार्गदर्शन की ,सही किताबों का चयन करने की ,अपने सिलेबस को अच्छे से समझना और उसे अच्छे से तैयार करना जिस से आपकी सिलेक्शन पक्की हो सके। मेरी तैयारी में यही अप्प्रोच रही है बाकि मैंने प्रीवियस इयर्स के क्वेश्चन पेपर्स को अच्छे से पड़ा था ….पुरे इकनोमिक सर्वे के सिर्फ 5 PAGES के नोट्स बनाये थे …और अपने सोर्सेज को बहुत सिमित रखा हुआ था ,बार बार REVISION करना इन सबसे मुझे सफलता मिली है।
●सव्भाविक है की आपकी इस कठिन यात्रा में बहुत सारी कठिनाइयाँ आयी होंगी ,नौकरी छोड़ने के बाद तो आपको भारी सामाजिक तनाव से गुजरना पड़ा होगा कृपया करके हमे बतायें आपने इन सब का सामना कैसे किया और आपका इसमें साथ किसने दिया ?
तैयारी करते समय तो आपको काफी बातों से गुजरना पड़ता है किन्तु आपको अपने आप को मोटीवेट रखना होता है पर नौकरी छोड़ने के बाद ये सामाजिक तनाव और ज्यादा बड़ जाता है क्युकी समाज आपके फैसले को नकारात्मक तरीके से देखता है…..पर मुझे यह लगता हैं इस समय आपके परिवार , दोस्त और आप अपने लक्ष्य के प्रति कितने ज्यादा ईमानदार है इन सबका रोल बहुत ज्यादा बढ़ जाता हैं ….मेरे माता पिता ,मेरी छोटी बहन, मेरी दोस्त रिचा और मेरे बाकि दोस्तों ने मेरे कठिन समय में मेरा बहुत साथ दिया ।
●आप एस्पिरेंट्स को क्या सन्देश देना चाहेंगे ?
सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण यह है की आपको अपने लक्ष्य के बारे में पता होना चाहिए और उसे पूरा करने करने के लिए जी जान लगा देनी चाहिए । चाहे हालात जैसे भी हो ,असफलता जितनी भी बार मिले खुद पर भरोसा कभी भी टूटना नहीं चाहिए । नकारत्मक लोगो से दूर रहें और अपने परिवार व् अपने चाहने वालो से कभी भी कम्युनिकेशन गैप नहीं होने देना चाहिए ।बाकि एग्जाम से संबधित किसी को भी कोई जानकारी या सुझाव चहिये तो वह Facebook के माध्यम से मुझसे संपर्क कर सकते हैं ।
●आपसे मिलकर बहुत अच्छा लगा और हम उम्मीद करते है की आप भविष्य में और बड़ा मुकाम हासिल करे। आपकी सफलता की कहानी से काफी लोगो को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा ।
धन्यवाद PrepShine Stories😊