नमस्कार मेरा नाम अग्निवेश शर्मा मे उप तहसील होली चन्हौता गांव से हूँ मेरी प्रारम्भिक शिक्षा Govt प्राइमरी स्कूल चन्हौता से हुई आर्टस विषय मे जीएसएस चन्हौता से प्रथम श्रेणी बारहवीं की परीक्षा पास की उसके उपरांत मे जिला चम्बा से सनातन धर्म संस्कृत महाविद्यालय से हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी शिमला से वशिष्ठ शास्त्री की डिग्री प्राप्त की
वर्तमान में जिला काँगड़ा मे Govt high school कलेड मे बतौर शास्त्री अध्यापक कार्यरत हूं।
मैंने दिसंबर 2018 मे हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर से शास्त्री 635 कोड की परीक्षा मे 170 मे से 143 अंक लिये मगर यहाँ तक पहुंचना मेरे लिये किसी पहाड़ चढ़ने से कम नहीं था बार बार मुझे जो असफलताएं मिली उससे मैंने बहुत कुछ सीखा एक बार इंडियन रेलवे की अंतिम प्रक्रिया से इंडियन एयर फोर्स ग्रुप “C” की अंतिम मेरिट मे भी स्थान नहीं बना एक बार शास्त्री भर्ती 572 कोड मे भी फ़ाइनल मेरिट से बाहर हुआ फिर भी मेने अपनी हिम्मत और लक्ष्य से जरा भी न भटकने की जिद से अपनी मंजिल हासिल की और अध्यापक बनने का सपना पूरा किया।
कुछ पक्तियां आपके साथ साझा कर रहा हूँ ,
रुक न जाना तू हार कर काँटों पर चल कर मिलेंगे साये बहार के,
लक्ष्य रखो आसमान छूने का शिखर तक पहुंच जाओगे।
वर्तमान मे जो युवा सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं उनके लिये मेरा एक ही सन्देश है की ईश्वर पर दृढ़ विश्वास लक्ष्य से बिलकुल न भटकना कड़ा संघर्ष ही सफलता का मूल मन्त्र है।
न्यू प्रतियोगी छात्रों को मेरी सलाह रहेगी की प्रतियोगिता दर्पण बुक को लगातार पड़ेगा जिससे करेंट अफेयर और समान्य अध्यन मे काफ़ी मदद मिलती है और उसे हर सरकारी परीक्षा की जानकारी मिल जाती है मैंने उसका 5 साल लगातार अध्यन किया था राज्य स्तरीय परीक्षा के हिमाचल कम्पटीशन एंड सीरीज लुसेंट समान्य ज्ञान काफ़ी उपयोगी किताब है अंत मे यही कहना चाहुँगा सपने देखो सपने सच होते महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने अपने अंतिम विदाई मैच मे भी यही कहाँ था की मैंने भारत के लिये खेलने का सपना देखा था
न्यू परीक्षार्थियों को मेरी और से शुभकामनायें दिल और लगन से मेहनत करे अच्छा फल जरूर मिलता है याद रखो सफलता का कोई शार्ट कट नहीं है!